- 01 मार्च 2023
कोरिया, 01 मार्च 2023
सड़क एवं सड़क जैसी परिस्थितियों में निवासरत बच्चों के सर्वेक्षण, रेस्क्यू एवं पुनर्वास हेतु विशेष अभियान 28 फरवरी 2023 से 31 मार्च 2023 तक आयोजित किया जा रहा है। यह अभियान कोरिया एवं मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर दोनों जिलों में चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत सड़क एवं सड़क जैसी परिस्थितियों में निवासरत बच्चों के सर्वेक्षण, रेस्क्यू एवं पुनर्वास के अंतर्गत बच्चों की पहचान कर उन्हें संरक्षण प्रदान करना, शिक्षा एवं अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने साथ ही उनके परिवारों को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाते हुए उनके प्रशिक्षण एवं रोजागार की व्यवस्था करने हेतु सभी विभागों के समन्वय से कार्ययोजना तैयार की गई है।
सड़क जैसी परिस्थिति में रहने वाले बच्चों की पहचान इस प्रकार किया जाना है, कि सड़क जैसी परिस्थितियों में, बिना किसी सहयोग के अकेले रहता हो। सड़क जैसी परिस्थितियों में अपने परिवार के साथ रहता हो, दिन में सड़क जैसी परिस्थितियोें में और रात को अपने परिवार, जो पास की झुग्गी-झोपड़ियों में रहते है, के साथ घर में रहता है। अभियान की कार्यवाही चरणबद्ध तरीके से किया जाना है, जिसमें बालकों का चिन्हांकन, बालकों की सामाजिक पृष्ठ भूमि की जानकारी प्राप्त करना, देय सुविधाओं/लाभ का चिन्हांकन एवं अनुशंसाओं को शामिल करते हुये व्यक्तिगत देखरेख योजना बनाना, बालक कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुतीकरण, बालक, परिवार, अभिभाव को विभिन्न शासकीय योजनाओं जिसमें जिला प्रशासन, पुलिस, जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति, श्रम विभाग, रेल्वे, समाज कल्याण, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, खाद्य विभाग, चाईल्डल लाईन, जिले में कार्यरत स्वयं सेवी संस्था के प्रतिनिधि बालकों की पहचान एवं बचाव (रेस्क्यू) की कार्यवाही, जिला शिक्षा अधिकारी (स्कूल शिक्षा विभाग) जिला बाल संरक्षण इकाई, समाज कल्याण विभाग विद्यालय में बालकोें का नामांकन/प्रवेश की कार्यवाही, महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग आंगनबाड़ी में बालकों का नामांकन व प्रवेश की कार्यवाही, स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य सेवायें, चिकित्सकीय सहायता, मानसिक स्वास्थ्य सेवायें की कार्यवाही, जिला बाल संरक्षण इकाई, समाज कल्याण विभाग, आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग आश्रय गृह, उचित सुविधा स्थान में आश्रय की कार्यवाही, श्रम विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई, समाज कल्याण विभाग बाल श्रम का उल्लंघन, प्रतिषेध की कार्यवाही, विशेष किशोर पुलिस इकाई, बाल कल्यण पुलिस अधिकारी, जिला बाल संरक्षण इकाई, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग शोषण, दुर्व्यवहार और मानव-तस्करी से संरक्षण की कार्यवाही, जिला प्रशासन, पुलिस, जिला बाल संरक्षण इकाई, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, स्वैच्छिक संगठन सड़क जैसी परिस्थितियों में रहने वाले बालकों के देखरेख और संरक्षण प्रणाली का अधीक्षण और अनुश्रवण की कार्यवाही, जिला प्रशासन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, श्रम विभाग, समाज कल्याण विभाग, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, जिला बाल संरक्षण इकाई और समस्त संबंधित विभाग बालकों के पुनर्वास हेतु विभिन्न योजनाओं से बालकों एवं उनके परिवार को जोड़ने की कार्यवाही की जाएगी।
बच्चों के सर्वेक्षण, रेस्क्यू एवं पुनर्वास हेतु जिले के हॉट पोर्ट स्थलों में टीम बनाकर एवं विभिन्न विभागों के समन्वय से अभियान का संचालन किया जाएगा। इस संबंध में बैठक कर कार्ययोजना पर चर्चा भी की जा चुकी है। जिसमें पुलिस अधीक्षक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, खाद्य अधिकारी, उपसंचालक समाज कल्याण, जिला शिक्षा अधिकारी, श्रम पदाधिकारी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक राष्ट्रीय अजीविका मिशन, जिला कार्यक्रम प्रबंधक राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन, कार्यक्रम समन्वय चाइल्ड लाईन, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी शामिल रहे हैं।
समाचार क्रमांक 03/2023/संगीता